श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ में गुरुसप्तमी महापर्व पर उमड़ा आस्था का सैलाब दादा गुरुदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीष्वरजी म.सा. के १९७ वीं जन्म जयंती एवं ११७ वीं पुण्यतिथि मनाई गई

श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वेताम्बर पेढ़ी (ट्रस्ट) श्री मोहनखेडा महातीर्थ के तत्वाधान में दादा गुरुदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की १९७ वीं जन्म जयंती एवं ११७ वीं पुण्यतिथि पंचान्हिका महोत्सव १५ से १९ जनवरी तक बड़े ही हर्षोल्लास एवं पूजा अर्चना के साथ मनाया गया। मोहनखेड़ा महातीर्थ परिसर को विद्युत सज्जा के साथ सजाया गया, पुरे जिन मंदिर परिसर व दादा गुरुदेव के समाधि मंदिर परिसर को पुष्प सज्जा व विद्युत सज्जा के साथ सजाया गया। गुरु सप्तमी के अवसर पर श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ में आने वाले सभी गुरुभक्तों को आवास, भोजन, यातायात, पार्किंग आदि की सभी सुविधाएं प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी ट्रस्ट मण्डल के द्वारा उपलब्ध कराई गई, साथ ही प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष निःशुल्क चाय एवं नास्ते के स्टाल भी लगाये गये। पुरे देश भर से हजारों गुरुभक्त अपनी श्रद्धा, आस्था और विश्वास को लेकर दादा गुरुदेव के चरणों में अपना शीष झुकाने के लिये गुरु सप्तमी महापर्व पर पधारे जिसमें मुम्बई, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, राजस्थान, मध्यप्रदेष, मालवांचल, उत्तरांचल सहित कई प्रदेशों के गुरुभक्त श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ पर दादा गुरुदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. दर्शन वंदन पूजन के लिये मोहनखेड़ा पहुंचें, जनजन की आस्था के केन्द्र श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ पर कई राजनैतिक हस्तियों का भी आगमन महापर्व गुरुसप्तमी पर हुआ।

पौष सुदी पंचमी से निरंतर सभी गुरुभक्त शत्रुंजयावतार प्रभु श्री आदिनाथ भगवान व दादा गुरुदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की वाशक्षेप पूजा व केशर पूजा के लिये लम्बी-लम्बी कतारों में लगकर अपनी पूजा अर्चना के लिये इंतजार करते देखे गये, कहा जाता है कि दादा गुरुदेव के दरबार में जो भी भक्त अपनी झोली फेलाकर आता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, अपनी झोली भरकर ही आनन्द की अनुभुति के साथ अपने आत्म कल्याण की कामना करता है। गुरु सप्तमी महामहोत्सव के अवसर पर प्रातः ५ बजे से दादा गुरुदेव की १९७ वीं जन्म जयंती पर दादा गुरुदेव का पालना द्वारोघटन के साथ लाभार्थी परिवार के द्वारा झुलाया गया, तत्पश्चात् वासक्षेप पूजा, अभिषेक, प्रक्षाल, ब्रास, केसर, फुल, आंगी पूजा आदि के साथ दोपहर में दादा गुरुदेव की गुरुपद महापूजन का आयोजन हुआ। गुरुगुणानुवाद सभा का आयोजन धर्मसभा मण्डप में किया गया। श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वेताम्बर पेढ़ी ट्रस्ट श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ द्वारा गुरु सप्तमी महापर्व पर आये हुए सभी गुरुभक्तों के लिये स्वामीभक्ति का आयोजन भी किया गया। रात्रि में दादा गुरुदेव की महाआरती लाभार्थी परिवार द्वारा उतारी गई। रात्रि में आरती पश्चात् रंगारंग भक्तिभावना का आयोजन रखा गया। तीर्थ पर विराजित आचार्य श्री ने दादा गुरुदेव के जीवन चरित्र पर व्याख्यान माला के तहत प्रवचन वाणी का श्रवण कराया। मंगलवार की रात्रि में चढ़ावों की जाजम के साथ रंगारंग भक्ति भावना का आयोजन संगीतकार नरेन्द्र वाणीगोता एण्ड पार्टी द्वारा पेढ़ी ट्रस्ट के तत्वाधान में किया गया।


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