क्षमा भाव

क्षमा माँग कर बैरभाव खत्म करें
क्षमा भाव

जैन

जैन धर्मावलंबियों के पर्युषण पर्व समाप्त होने के बाद बारी आती है क्षमावाणी पर्व की, पर्युषण का पहला दिन उत्तम क्षमा का दिन होता है और इस दिन से शुरू हुए पयुर्षण पर्व के दस दिन हमें धर्म को आत्मसात कर बैरभाव को दूर करके क्षमा भाव बनाए रखने की प्रेरणा देते हैं। दसलक्षण पर्व के अंतर्गत की गई पूजा-अर्चना हमें अहंकार से दूर कर मानवीयता की ओर ले जाती है, यह मानवीयता भी एक माँ के समान ही है,……