३० मार्च राजस्थान स्थापना दिवस
पूर्व संध्या पर किया गया राजस्थानी संस्थाओं का सम्मान
राजस्थान स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित भव्यातिभव्य ‘आपणों राजस्थान’ कार्यक्रम में उपस्थित दिलिप सांगानेरिया,
वरिष्ठ पत्रकार व सम्पादक बिजय कुमार जैन ‘हिंदी सेवी’, प्रसिद्ध समाजसेविका व लोढा फाऊंडेशन की संस्थापिका श्रीमती मंजु लोढा,
कार्यक्रम समन्वयक एवं अग्रबंधु सेवा समिति के ट्रस्टी कानबिहारी अग्रवाल, राष्ट्रपति सम्मान प्राप्त ‘जैन एकता’ के परम समर्थक हिरालाल साबद्रा व
शब्दों के जाल बुनने वाले प्रख्यात मंच संचालक त्रिलोक सिरसरेवाला
लोखंडवाला: मुंबई का ह्रदय कहा जाने वाला सभ्रांत इलाका लोखंडवाला कॉम्पलेक्स में स्थित लोखंडवाला गार्डेन क्र.२ में चतुर्थ वर्षीय ‘आपणों राजस्थान’ कार्यक्रम की रंगारंग शुरूआत २२-२४ फरवरी, त्रीदिवसीय रूप में शुरू हुयी, जिसका उद्घाटन २२ फरवरी को प्रसिद्ध समाजसेवी सुश्री मंजु लोढा ने किया और कहा कि ऐसे कार्यक्रम में आकर मुझे अपने बचपन की याद आ गयी, अपने भाषण में मंजु जी ने सम्पूर्ण राजस्थान का गुणगान कर श्रोताओं की तालियां बटोरी। विभिन्न परिधानों, खान-पान व सजावटी समानों की स्टॉल के साथ का आयोजन वरिष्ठ पत्रकार व सम्पादक बिजय कुमार जैन ने बच्चों के लिए विभिन्न झूले, कठपुतली, नृत्य, बाईस्कोप आदि का भी आयोजन किया, जिसका लुत्फ कार्यक्रम में पधारे राजस्थानी परिवारों ने उठाया।
आयोजक वरिष्ठ पत्रकार व सम्पादक बिजय कुमार जैन ‘हिंदी सेवी’ ने कहा कि ‘आपणों राजस्थान’ कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य मुंबई में फैले राजस्थानी संस्थाओं को एकमंच पर लाना ही एकमात्र है जिसमें दिनों-दिन सफलता भी मिल रही है, लोग जुड़ते चले जा रहे हैं कारवॉ बनते जा रहा है, इसी कड़ी में इस वर्ष १३५ राजस्थानी संस्थाओं का सम्मान किया जा रहा है, श्री जैन ने कहा कि मेरे जीवन का उद्देश्य सभी भारतीय भाषाओं का सम्मान बढाना है, और भारत की एक राष्ट्रभाषा को प्रतिष्ठापित करवानी है जिसमें मुझे सफलता भी प्राप्त हो रही है और एक दिन विश्व के सभी राष्ट्रों की तरह मेरे भारत की भी एक राष्ट्रभाषा घोषित होकर रहेगी।
श्री जैन ने कहा कि मेरे आदर्श महात्मा गांधी जी कहा करते थे कि ‘जिस देश की कोई राष्ट्रभाषा नहीं होती वह राष्ट्र गूंगा होता है’
साथ यह भी कहा कि भारतीय आजादी के योद्धा नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने कहा था कि
यदि भारत को अखंड रखना है तो हम सभी को ‘हिंदी’ में ही संवाद करना चाहिए।
श्री जैन ने ‘राजस्थान स्थापना दिवस’ के बारे में भी उल्लेख करते हुए कहा कि वीरों की भूमि आज के राजस्थान को बनने के लिए सात साल लगे थे, जिसके लिए अथक परिश्रम सरदार वल्लभ भाई पटेल ने किया था, जिनके कार्यों का भुलाया नहीं जा सकता।
रंगारंग ‘आपणों राजस्थान’ कार्यक्रम की संगीतमय प्रस्तुति बंटी ठाकूर-प्रिया ठाकूर के सहयोगियों द्वारा की गयी थी।
गणेश वंदना व विभिन्न राजस्थानी गीतों को कोकिला कंठी इंदु श्यामसुंदर अग्रवाल ने प्रस्तुति दी।
राजस्थानी नृत्य की छटा बिखेरी प्रसिद्ध नृत्यांगना व अभिनेत्री बरखा पंडित ने, प्रसिद्ध गीतकार व संगीतकार दिलिप सेन द्वारा गीतों की प्रस्तुति पर प्रसिद्ध राजस्थानी अभिनेता अरविंद कुमार ने जमकर नृत्य कर दर्शकों का मन मुग्ध कर दिया।
सुनिल चौहान, जो दिलिप सेन जी के शिष्य हैं गीत गाकर पुराने दिनों की याद दिला दी। अतिथि स्वतंत्रता संचालन प्रसिद्ध समाजसेवी कानबिहारी जी अग्रवाल व शब्दों के जाल बुनने के लिए प्रख्यात त्रिलोक सिरसलेवाला ने किया।
२२ मार्च यानि पहले दिन राजस्थानी कर्मठता सम्मान ‘राजस्थानश्री’ से सम्मानित होने वाले सर्वश्री हीरालाल सबाद्रा, सुधीर अग्रवाल, गोपालदास गोयल, श्रीधर गुप्ता, श्रीमती मंजू लोढ़ा, श्रीमती ऊषा सरावगी, दिलीप सेन, सतीश सुराणा, अरविंद वाघेला व अन्य है।
कार्यक्रम में अपनी विशेष उपस्थिति दी सर्वश्री ओमप्रकाश शाह, बंकेश अग्रवाल, अमित अग्रवाल, छोटेलाल अग्रवाल, शिव कुमार बागड़ी, प्रमोद अग्रवाल, श्री बुबना, दिलीप सांगानेरिया, अजय माहेश्वरी, टिवी सिरियल निर्माता सन्नी मंडावरा, सुश्री वर्षा जालान, सुमन बोहरा, ललिता अग्रवाल, शीला गोयल, श्रीमति संतोष बिजय जैन, पायल सौरभ जैन आदि-आदि ने उपस्थिति दी, कार्यक्रम में लगे स्टॉल (दुकानों) के सहयोगी, कठपुतली, राजस्थानी बाईस्कोप के साथ आगंतुकों का स्वागत अम्रत भट्ट एण्ड कम्पनी ने किया।
आपणो राजस्थान कार्यक्रम के संस्थापक बिजय कुमार जैन, सर्वश्री श्रीधर गुप्ता (उपाध्यक्ष मुंबई अग्रवाल सामुहिक विवाह सम्मेलन), श्री गोपालदास गोयल (मंत्री: आगरा नागरिक संघ), श्री सुधीर अग्रवाल (ट्रस्टी: अग्रवाल जनसेवा चेरिटेबल ट्रस्ट), श्री हीरालाल साबाद्रा (अध्यक्ष, नवी मुंबई स्थानकवासी जैन संघ) राजस्थानी समाज सेवी कानबिहारी अग्रवाल व ओमप्रकश शाह
बच्चों के लिए झूले वगैरह की व्यवस्था श्री राजेश जैसवाल ने की थी।
सुरक्षा व्यवस्था विश्वनाथ द्वारा की गयी थी।
कार्यक्रम के आर्थिक सहयोगी जीटीव्ही इंफ्रा. लि., अग्रवाल बिल्डर, जालान वायर्स, शारदा वल्र्ड वाइड, राजस्थानी सेवा संघ, बांसवारा सिन्टेक्स, मुरारका फाउंडेशन, पदमा ट्रेडर्स, पुश इन्टरप्राइजेस, मोगरा असोसियेशन, डॉ. श्याम अग्रवाल (नेत्र चिकित्सक विशेषज्ञ), लोढा फाउंडशेन, आर.एन. तिवारी, ब्लेन्ड फाइनेन्श, गुरूजी ठंडाईवाला, कुचामण विकास परिषद मुंबई, सिद्धार्थ कुलिंग कॉरपोरेशन, भारत बैंक व आकाश मार्बल आदि एम.टी.सी. ग्रुप, गुप्ता इन्वेसमेंट, ब्युटीफुल ग्रुप, श्रीधर गुप्ता अग्रवाल जनसेवा चेरिटेबल ट्रस्ट रहे। प्रथम दिवसीय कार्यक्रम के विशेष सहयोगी ‘आपणों राजस्थान’ के सह संयोजिका सुश्री अनुपमा शर्मा के साथ गेलार्ड ग्रुप के सर्वश्री आकाश कुम्भार, संध्या मौर्या, आशा कुमार, भूपेंन्द्र कोरी, विजय जांगड़ा, रंजना पाटील, रोशनी जाधव, राजेश्री पेडणेकर, अक्षय डोंगरे, रोशनी माने, ज्योति नाईक, करिश्मा पाटोळे, मोनिका खरात, स्वरूपा दळवी, अंकिता माने, मंगेश चव्हाण, अस्मिता मस्कर, रंगारंग कार्यक्रम के विशेष सहयोगी ‘राजस्थानी मंडल लोखंडवाला कॉम्पलेक्स’ के साथ स्थानीय पुलिस विभाग, मनपा विभाग, अग्निशमन दल के साथ लोखंडवाला गार्डन के पदाधिकारियों के सहयोग को सराहा जा सकता है।
-जिनागम
महाराष्ट्र की भूमि पर देखा गया राजस्थान
दिनांक २३ मार्च २०१९ को ‘आपणों राजस्थान’ कार्यक्रम के दूसरे दिन की शुरूवात बड़े हर्षोल्लास व उमंग भरी रही, कार्यक्रम की शुरूवात नैनमल सुराणा फांउडेशन के ट्रस्टी श्री कैलाश सुराणा, सतीश सुराणा, सुमन अग्रवाल द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया, सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रारंभ पाश्र्वगायक व संगीतकार रवि जैन ने गीत के माध्यम से किया, जिसमें उनका सहयोग दिया गायिका अर्चना जैन ने दिया, राजस्थानी महिला मण्डल की बच्चियों ने कथक नृत्य प्रस्तुत कर सभी को अपनी ओर आकर्षित कर किया। नृत्यांगना बरखा पंडित के ‘इंजन की सीटी’ पर नृत्य प्रस्तुती से सभी दर्शक झुम उठे। राजस्थान लोखण्डवाला मंडल के तीन बच्चों ने आज की पीढी का प्रतिनिधित्व करते हुए नृत्य प्रस्तुत किया, श्रीमती शीतल जी के मधुर गीत सुन सभी दर्शक-श्रोतागण उनकी तारिफ किए बगैर नहीं रह सके, कार्यक्रमों के बीच विभिन्न संस्थाओं के पधारे अध्यक्षों का सम्मान किया गया, सम्मानित होने वाली हस्तीयों में सर्वश्री जगदीश लढ्ढा, जगदीश प्रसाद अग्रवाल, आशीर्वाद संस्था के उमाशंकर वाजपेयी, राजस्थानी मुस्लिम समाज के हाजी इकबाल तंवर, बच्छराज दुग्गड़, दीनदयाल मुरारका, राम प्रकाश बुबना, गोपाल सारडा आदि, इसी दौरान पद्मकथा श्री जैन रामायण, सीरियल के पोस्टर का विमोचन किया गया, जिसमें जैन रामायण की पूर्ण टीम मंच पर उपस्थित रही, संगीतकार दिलीप सेन को उनके राजस्थानी गीत व संगीत के प्रति समर्पण के लिए सम्मान पत्र प्रदान किया गया। कोकिला कंठी इंदु अग्रवाल ने अपनी सुमधुर आवाज में गणेश वंदना व होली गीत प्रस्तुत की, जिससे पुरा माहोल तालियों की गड़गड़ाहट से गुंज उठा।
ना देखा गया आजतक-ना ही सोचा गया आश्विरकार सम्पन्न हुआ २४ मार्च को आपणों राजस्थान का कार्यक्रम
दिनांक २४ मार्च को सुबह आयोजित विश्व प्रसिद्ध अमृतवाणी सत्संग के पश्चात अमृतवाणी प्रवर्तक आध्यात्मिक गुरू डॉ. श्री राजेन्द्र जी महाराज जी को ‘आपणों राजस्थान’ की तरफ राजस्थान रत्न से संस्थापक बिजय कुमार जैन जी द्वारा सम्मानित किया गया।
दिनांक २४ मार्च को कार्यक्रम का शुभारंभ शाम को आए हुए अतिथियों द्वारा ईश्वर के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया, स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन निवास करता है, इसी की तर्ज पर कोकीला बेन धीरूभाई अम्बानी हॉस्पीटल से पधारे डॉक्टर्स की श्रृंखला में डॉ. विलास लढ्ढा, हृदय चिकित्सा डॉ. प्रविण कहाले, कैंसर विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत न्याति ने लोगों को बीमारीयों के कारण व उनसे बचने के उपायों पर चर्चा प्रस्तुत की, मुख्य रूप से कैंसर के लक्षण पर चर्चा की गई तत्पश्चात गायक सतिश देहरा द्वारा संगीतमय संध्या का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, इसी बीच विभिन्न संस्थाओं के अध्यक्ष को सम्मान पत्र व पगड़ी पहना कर सम्मानित होने वाली हस्तियां सर्वश्री सतिश देहरा, बंटी ठाकुर (गायक), कानबिहारी अग्रवाल, अमरीशचंद अग्रवाल, महेश बंसीधर अग्रवाल, लक्ष्मीनारायण अग्रवाल (मन्नुसेठ), उदेश अग्रवाल, बृजमोहन अग्रवाल (बिरजू भाई), अशोक जैन, विजय सिंह सिसोदिया, तुलसीराम कयाल, नवरत्न दुग्गड, विश्वनाथ जोशी, मुरली बालाण, जे. पी. खेमका, तुलसीराम कयाल, सुभाष जांगीड, सुरजमल माकड़, पन्नालाल सारडा आदि ने अपनी उपस्थिति देकर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। पूर्व अध्यक्ष मुंबई कांग्रेस संजय निरूपम ने अपनी उपस्थिति देकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ा दी, कार्यक्रम को सम्पन्न बनाने के लिए सर्वश्री कानबिहारी अग्रवाल व राजस्थानी मंडल के पदाधिकारी दिलीप सांगानेरिया, ओम प्रकाश शाह, अमित अग्रवाल, गगन गुप्ता, शिव बागड़ी, श्रीमती अनुपमा शर्मा, स्वरूपा, आशा कुमार, संध्या मौर्या, आकाश कुंभार, मंगेश, भूपेंद्र कोरी का विशेष सहयोग रहा। ने संभाली तीन दिवसीय भव्यातिभव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का समापन जय-जय राजस्थान के घोष के साथ सम्पन्न हुआ।
-जिनागम