श्री दिगम्बर जैन संगठन धुलियान द्वारा समाज सेवा….

दिगम्बर जैन संगठन

धुलियान : श्री दिगम्बर जैन संगठन धुलियान ने गरिबों को खाना खिलाया, यह संगठन पहले भी गरिबों को कम्बल दान व जगह-जगह जाकर गरिबों को ठंड में कम्बल उढ़ाना जैसे काम कर चुकी है तथा बच्चों के स्कुल जाकर बच्चों को जरुरत के सामान देती है।      -संजय बड़जात्या

उद्योगपति भूषण जैन बने जीतो लुधियाना चैप्टर के चैयरमैन

दीप जलाओ, पटाखे नहीं प्रदूषणमुक्त दीपावली मनाओ

दीपावली दीपों का त्योहार है, बेशक दीप जलाएं, घर-बाहर दीप जलाना बहुत रमणीय लगता है, लेकिन दीपों के साथ-साथ लोग पटाखे भी जलाते हैं, पटाखों का कुछ पल का मजा वातावरण में जहर घोल देता है, इनमें मौजूद नाइट्रोजन डायआक्साइड, सल्फर डाइआक्साइड जैसे हानिकारक प्रदूषक अस्थमा व ब्रान्काइटिस जैसी सांसों से संबंधी समस्याओं को जन्म देते हैं, लेकिन कुछ मापदंडों को अपनाकर, आप इन हानिकारक प्रदूषकों से बच सकते हैं। दीपावली खुशियों एवं रोशनी का त्यौहार है लेकिन दीपावली के दौरान छोड़े जाने वाले तेज आवाज के पटाखे पर्यावरण के साथ जन स्वास्थ्य के लिये खतरा पैदा कर सकते हैं। दीपावली के दौरान पटाखों एवं आतिशबाजी के कारण दिल के दौरे, रक्त चाप, दमा, एलर्जी, ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है और इसलिये दमा एवं दिल के मरीजों को खास तौर पर सावधानियां बरतनी चाहिये। … तो आज ही यह बात अपने दोस्तों में फैला दें कि आप इस बार प्रदूषक मुक्त दीपावली मनाने वाले हैं।

-मनोज जैन,

ए३ फिल्म्स द्वारा निर्मित ‘श्री गणेशा’
ने सातवें अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में सर्वश्रेष्ठ संगीत वीडियो का पुरस्कार जीता

अंगदान जैसे महान कार्य के महत्व को लोगों तक पहुंचाने वाली म्यूजिकल स्टोरी, ए३ फिल्म्स की ‘श्री गणेशा’ ने सातवें अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में सर्वश्रेष्ठ संगीत वीडियो का पुरस्कार जीता। नई दिल्ली में आयोजित इस समारोह में दुनिया भर से विचारशील, अत्यधिक रचनात्मक और आकर्षक लघु फिल्मे दिखाई गयी। ए३ फिल्म्स के शैलेश संघवी द्वारा निर्मित ‘श्री गणेशा’ के गाने को प्रसिद्ध गायिका महालक्ष्मी अय्यर ने गाया है, इस गीत की कल्पना शीतल मंदार की है जिसे प्रसिद्ध मराठी फिल्म निर्देशक और छायाकार केदार गायकवाड ने निर्देशित किया है, इस कहानी में अंगदान जैसे कार्य को भगवान गणेश की कहानी के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया गया है जिसमें मां बाखूबी अपने बच्चे को गणेशजी के बारे में जिज्ञासा कर गाने के जरिये उजागर करती है। निर्माता शैलेश संघवी ने कहा, ‘यह फिल्म एक यादगार अनुभव है, यह पुरस्कार दुनिया भर के लोगों को अंगदान के महान कार्य के लिए प्रोत्साहित करेगा।

        -दीव्यल जोगल

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